मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के शव को शनिवार को गाजीपुर जिले के उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के करीब कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने के लिए उनके बेटे अब्बास अंसारी ने कोर्ट से इजाजत मांगी थी, जो उन्हें नहीं मिली. मगर इस बीच अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत और भाई उमर कासँगज जेल पहुंचे हैं।
#WATCH | Umar Ansari says, "…They will make us meet him at 1.30 pm. We will tell you more once we meet him…" https://t.co/NibjirxszQ pic.twitter.com/EIHHnoz1gg
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 2, 2024
मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी ने बताया था कि 21 मार्च को बाराबंकी की अदालत में एक मामले की डिजिटल माध्यम से सुनवाई के दिन मुख्तार के वकील ने अदालत में दरखास्त दी थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनके मुवक्किल को जेल में ‘धीमा जहर’ दिया गया है जिससे उनकी हालत बिगड़ती जा रही है. आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी की मौत पर विपक्षी दलों द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद बीते शुक्रवार को मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं.