मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के शव को शनिवार को गाजीपुर जिले के उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के करीब कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने के लिए उनके बेटे अब्बास अंसारी ने कोर्ट से इजाजत मांगी थी, जो उन्हें नहीं मिली. मगर इस बीच अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत और भाई उमर कासँगज जेल पहुंचे हैं।

मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी ने बताया था कि 21 मार्च को बाराबंकी की अदालत में एक मामले की डिजिटल माध्यम से सुनवाई के दिन मुख्तार के वकील ने अदालत में दरखास्त दी थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनके मुवक्किल को जेल में ‘धीमा जहर’ दिया गया है जिससे उनकी हालत बिगड़ती जा रही है. आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी की मौत पर विपक्षी दलों द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद बीते शुक्रवार को मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं.

By Editor

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